दिल्ली-समेत पूरे देश के लोगों के लिए अगला एक सप्ताह बेहद महत्वपूर्ण

नई दिल्ली। कोरोना वायरस का संक्रमण देश में बढ़ता जा रहा है। इससे पीड़ित होने वाले मरीजों की संख्या रविवार दोपहर तक 39 तक पहुंच गई। ऐसे में बीमारी का संक्रमण बढ़ने का खतरा बना हुआ है, लेकिन विशेषज्ञ कहते हैं कि इतने मामले संकेत यह है कि अभी तक समुदाय में यह बीमारी नहीं फैली है।जो भी मरीज पीड़ित हुए हैं, वह किसी कोरोना सामने हहै कि अभी तक समुदाय में प्रभावित देश की यात्रा करके लौटे हैं।



विशेषज्ञ कहते हैं कि दिल्ली सहित पूरे देश के लिए कोरोना के लिहाज से विशेषज्ञ कहते हैं कि दिल्ली सहित अगला एक सप्ताह बेहद महत्वपूर्ण हैंइस दौरान काफी हद तक यह बात पता चल जाएगी कि कोरोना वायरस यहां कहर बरपाएगा या कुछ और मामलों में इजाफा कर इसका संक्रमण खत्म हो जाएगा। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमएल) के पूर्व अध्यक्ष डॉ. केके अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस का इंक्यूबेशन पीरियड 14 दिन का होता है। यदि 14 दिन में बीमारी का लक्षण नहीं आया इसका मतलब है कि संक्रमण नहीं केरल में आए शुरुआती तीन मामलों के बाद चौथा मामला दिल्ली में तीन मार्च को आया।इसके बाद उस मरीज के संपर्क में आए आगरा के छह लोगों के पीड़ित होने की बात सामने आईवहीं इटली के 23 पर्यटकों के दल में से 16 इस बीमारी से पीड़ित पाए गएउनके साथ चालक भी बीमारी के चपेट में आया। यह सभी लोग कई जगहों पर गए।


होटल में भी ठहरे। जहां-जहां घूमने गए वहां उनके संपर्क में आने से कितने लोग प्रभवित हुए इसका पता अगले कुछ दिनों में लगेगा। इस वजह से 10 मार्च से 15 मार्च के बीच पीड़ितों की संख्या एक बार फिर अचानक से बढ़ सकती हैयदि इस दौरान मामले ज्यादा नहीं बढ़े भारत में इस बीमारी का संक्रमण बढ़ने का खतरा कम हो जाएगाडॉक्टर कहते हैं कि दिल्ली में एक-एक कमरे में कई लोग रहते हैं। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में औसतन एक कमरे तीन लोग रहते हैं। अनधिकृत कॉलोनियों में स्थिति ज्यादा गंभीर हैइस वजह से यदि संक्रमण समुदाय में फैला तो स्थिति गंभीर हो सकती है।