3.0 में दिल्ली जैसी जगह पर कम से कम छूट दी जानी चाहिए : हर्षवर्धन


नई दिल्‍ली, एएनआइ। केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण के बीच दिल्‍ली की स्थिति अभी ठीक नहीं है। इसलिए लॉकडाउन 3.0 के अंदर दिल्ली कम से कम छूट दी जानी चाहिए। उन्‍होंने कहा, 'मेरी व्यक्तिगत राय है कि लॉकडाउन 3.0के अंदर दिल्ली जैसी जगह पर कम से कम छूट दी जानी चाहिए। गृह मंत्रालय ने विस्तार से गाइडलाइन्स जारी की हैं। फिर भी राज्य अपनी स्थिति के हिसाब से निर्धारित कर सकते हैं कि किस गाइडलाइन को किस मात्रा में उपयोग करना है।'


दिल्‍ली में कई जगह लॉकडाउन-3 के दौरान शराब व अन्‍य दुकानों को खोलने की छूट मिल गई। इस वजह से कई दुकानों के बाहर भारी संख्‍या में लोग नजर आ रहे हैं। शारीरिक दूरी का भी लोग उल्‍लंघन करते नजर आ रहे हैं। इस पर स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा, मैं इस बारे में जो कुछ भी कहूंगा, उसे पॉलिटिकल स्‍टेटमेंट समझा जाएगा। इसलिए मैं ज्‍यादा कुछ नहीं कहना चाहूंगा, लेकिन दिल्‍ली गिने-चुने उन प्रदेशों में से हैं, जहां की कोरोना वायरस की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अभी और गंभीरता से कदम उठाने की आवश्‍यकता है। इस वजह से लॉकडाउन-3 के अंदर दिल्‍ली जैसी जगह में मेरे विचार में कम से कम छूट दी जानी चाहिए। हालांकि, ये निर्णय लेना राज्‍य सरकार का काम है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय या गृह मंत्रालय ने डिटेल्‍ड गाइडलाइंस दी हैं। हालांकि, इसके बावजूद अपने-अपने राज्‍यों को स्थिति को ध्‍यान में रखते प्रदेश सरकार को यह निर्णय करना है कि कि गाइड लाइन को कितना फॉलो करना है।



 


साथ ही हर्षवर्धन ने कहा कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण का डब्लिंग रेट 3 दिन था, जो 12 दिनों से ऊपर हो गया है। 11000 से ज्यादा लोग ठीक हो गए हैं, बाकि सारे लोग रिकवरी पर हैं। मृत्यु दर दुनिया में सबसे कम है केवल 3%। रोजाना भारत में 75000 टेस्ट किए जा रहे हैं।


गौरतलब है कि दिल्‍ली में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 4549 मामले सामने आ चुके हैं और 64 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना के 427 नए लोगों में वायरस की पुष्टि की गई है। यह अब तक का एक दिन में कोरोना से संक्रमित होने का सबसे बड़ा आंकड़ा है। जिस प्रकार रविवार को दिल्ली में पॉजिटिव होने का मामला सामने आया है, उसके अनुसार हर घंटे औसतन 17 मरीज इस वायरस के शिकार हो रहे हैं, जो बड़ी चिंता की बात कही जा सकती है। हालांकि, दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्‍यू में कहा था कि अब हमें कोरोना वायरस के साथ जीने की आदत डाल लेनी चाहिए। हमें अब बस ये करना है कि संक्रमितों को ढूंढकर उनको ठीक करना है और मौतें रोकनी है। साथ ही उन्‍होंने कहा था कि केंद्र सरकार को दिल्‍ली के कुछ इलाकों को भी ग्रीन या ऑरेंज जोन में शामिल करना चाहिए था।